Saturday, 26 November 2011
ਠੰਡੀਆਂ ਛਾਵਾਂ
ਲੱਗੇ ਚੋਟ ਤਾਂ ਮੂੰਹ ਚੋਂ ਆਪੇ ਮਾਂ ਨਿਕਲੇ,
ਮਾਂ ਹੈ ਰੱਬ ਦਾ ਰੂਪ ਖੌਰੇ ਤਾਂ ਨਿਕਲੇ,
ਮਾਂ ਦਾ ਰਿਸ਼ਤਾ ਜਿਵੇਂ ਹਾੜ੍ਹ ਮਹੀਨੇ ਠੰਡੀਆਂ ਛਾਵਾਂ,
ਰੱਬਾ ਰੱਖੀਂ ਵਸਦੀਆਂ ਤੂੰ ਸਭਨਾ ਦੀਆਂ ਮਾਵਾਂ|
Friday, 25 November 2011
Where are the Singhs and Kaurs?
It seems the New Age Sikhs feel that these titles are irrerelevent to the present day high society and therefore have discontinued them. What a shame that those calling themselves sikhs are refusing the titles bestowed to them by our Guru for the sake of being included to this so-called High society.
Friday, 11 November 2011
तनाव घटाना है तो विटामिन बी खाएं
यदि आप
कामकाज से संबंधित तनाव कम करना चाहते हैं तो विटामिन बी से भरपूर आहार खूब
लें। मांस, सेम और साबुत अनाज में भरपूर मात्रा में विटामिन बी मिलता है।
स्विमबर्न यूनीवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के कॉन स्टफ ने तीन महीने के एक
परीक्षण के बाद यह परिणाम पेश किए हैं।
अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों को इस दौरान विटामिन बी की अतिरिक्त खुराक दी गई थी। ह्यूमन साइकोफार्मेकोलॉजी जर्नल के मुताबिक स्टफ का कहना है कि तनाव कम करके हम दिल से संबंधित बीमारियों, अवसाद व चिंता भी कम कर सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने व्यक्तित्व, कार्य की आवश्यकताओं, मनोदशा, उत्कंठा और तनाव को ध्यान में रखते हुए 60 प्रतिभागियों का आकलन किया था। इन प्रतिभागियों का 30 दिन और 90 दिन पर परीक्षण किया गया था।
उन्होंने कहा तीन महीने की अवधि के अंत में देखा गया कि जिन प्रतिभागियों को विटामिन बी की अतिरिक्त खुराक दी गई थी उनमें इस अध्ययन की शुरुआत की तुलना में अब कामकाज का तनाव कम था।
मांस, सेम व साबुत अनाजों में प्रचुर मात्रा में मिलने वाला विटामिन बी मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर्स के संश्लेषण के लिए महत्वूर्ण होता है।
अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों को इस दौरान विटामिन बी की अतिरिक्त खुराक दी गई थी। ह्यूमन साइकोफार्मेकोलॉजी जर्नल के मुताबिक स्टफ का कहना है कि तनाव कम करके हम दिल से संबंधित बीमारियों, अवसाद व चिंता भी कम कर सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने व्यक्तित्व, कार्य की आवश्यकताओं, मनोदशा, उत्कंठा और तनाव को ध्यान में रखते हुए 60 प्रतिभागियों का आकलन किया था। इन प्रतिभागियों का 30 दिन और 90 दिन पर परीक्षण किया गया था।
उन्होंने कहा तीन महीने की अवधि के अंत में देखा गया कि जिन प्रतिभागियों को विटामिन बी की अतिरिक्त खुराक दी गई थी उनमें इस अध्ययन की शुरुआत की तुलना में अब कामकाज का तनाव कम था।
मांस, सेम व साबुत अनाजों में प्रचुर मात्रा में मिलने वाला विटामिन बी मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर्स के संश्लेषण के लिए महत्वूर्ण होता है।
Tuesday, 8 November 2011
ਭਗਤ ਸਿੰਘ
ਬਾਪੂ ਕਰਦਾ ਹੈ ਗਲਾਂ ,ਫੋਟੋ ਅੱਗੇ ਧਰ ਕੇ ,ਡਿਗਦੇ
ਅਖੀਆਂ ਚੋਂ ਹੰਝੂੰ, ਟਿੱਪ ਟਿੱਪ ਕਰ ਕੇ ,
ਕੀ ਖਟਿਆ ਭਗਤ ਸਿੰਘਾਂ ਦੇਸ਼ ਲਈ ਮਰ ਕੇ
,ਤੁਸੀਂ ਹੋ ਗਏ ਸ਼ਹੀਦ ,ਅਜਾਦੀ ਲਭਦੇ ,
ਹੁਣ ਭੁਲ ਗਏ ਨੇ ਚੇਤੇ ਮਨਾਂ ਵਿਚੋਂ ਸਭ
ਦੇ ,ਦੇਸ਼ ਅੱਜ ਫੇਰ ਹੈ ਗੁਲਾਮ ਹੋ ਗਿਆ ,
ਗਰੀਬ ਕੌਡੀਆਂ ਦੇ ਭਾ ਹੈ ਨਿਲਾਮ ਹੋ ਗਿਆ
,ਪਹਿਲਾਂ ਰਹੇ ਸਾਨੂੰ ਅੰਗਰੇਜ ਲੁਟਦੇ ,
ਹੁਣ ਸੰਨ੍ਹ ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਹੀ ਲਾਈ ਜਾਂਦੇ
ਨੇ ,ਬੇਈਮਾਨੀ ਭਰੀ ਦਿਲਾਂ ਵਿਚ ਸਭ ਦੇ ,
... ਲਗਦਾ ਏ ਦਾਆ ਜੀਹਦਾ ਲਾਈ ਜਾਂਦੇ ਨੇ ,ਕੁਖ ਵਿਚ ਮਾਰੀ
ਜਾਂਦੇ ਧੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ,
ਕੁਝ ਸੜੀ ਜਾਣ ਦਾਜ ਲਈ ਵਿਚਾਰੀਆਂ,ਮੰਦਾ ਹਾਲ ਹੋਇਆ ਖੇਤੀ
ਵਿਚ ਜੱਟ ਦਾ ,
ਗਭਰੂ ਸ਼ੋਕੀਨਾਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਿਆਂ ਨੇ ਪੱਟ ਤਾ ,ਬਜੁਰਗਾਂ ਨੂੰ ਘਰ
ਵਿਚੋਂ ਧੱਕੇ ਪੈਂਦੇ ਨੇ ,
ਓਹ ਸੜਕਾਂ ਤੇ ਰੁਲਦੇ ,ਪੁੱਤ ਨੂੰਹ ਕੋਠੀਆਂ ‘ਚ ਰਹਿੰਦੇ
ਨੇ ,
ਇਕ ਵਾਰੀ ਇਥੇ ਜਰਾ ਵੇਖ ਆਣ ਕੇ,ਹੋਇਆ ਕਿਹਨਾਂ ਲਈ ਸ਼ਹੀਦ,
ਹੋਊ ਦੁਖ ਜਾਣ
ਕੇ ,ਰਖ ਹਿੱਕ ਉੱਤੇ ਫੋਟੋ ,
ਬਾਪੂ ਵੀ ਸੋਂ ਗਿਆ ਸੋਚਾਂ 'ਚ ਆਣ ਕੇ
Wednesday, 2 November 2011
Where is Guru's Gurudwara...?
When Guru Nanak laid the foundation of Sikhism more 500 years ago, one of its primary features was the equality of all humans. Thus castism has no place in Sikhism.
It is unfortunate that the Modern Sikh has dispensed with many of the founding ideas of Sikhi and has also become castist. Even the Gurudwaras have not been spared. Suddenly we find that there is no Gurudwara for the Guru - only of various communities and are now labeled as 'Ravidas Guruduwara','Ramgarhian da Guruduwara' etc.
Wahe Guru....Help!!!!
Five K's of Modern Times
The five Kakkars bestowed upon the Sikhs by Guru Gobind Singh are the basic essence of Sikhi and were supposed to not only set us apart from the multitudes but to instill the concept of �Saint-Soldier�. This concept is the true reflection of the timeless nature of Democratic Religiosity which is enshrined only in Sikhism.
Kesh is a symbol of Saintliness. Kanga, the comb, is necessary for keeping the hair clean and tidy. Kara a symbol of restraint and gentility is also a reminder that the Sikh is forever bonded to the Guru. Made of iron, it reminds you to be like iron to fight for justice and to protect the innocent. Kachhehra is regarded as symbol of chastity and self control. Kirpan, an emblem of courage and adventure, is also a symbol of self-respect, prestige and independence. It is supposed to be used only for self-defense or for the defence of the weak and innocent.
With the passage of time, the concept of Sikh Identity and the five Kakkars has also changed. The modern Sikh Society has discarded the original Kakkars as irrelevant and have adopted the Modern Kakkars. The new Kakkars are Kothi(Banglow), Kar(Car), Kash(Cash), Kukkad(Chicken) and Kudi(Girls).
Wah re Sikhs!! Where is your Sikhi!!!!
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